लोकसभा चुनाव के रुझानों में एनडीए को झटका लगा है और चार सौ पार का नारा देने वाला एनडीए 300 पार के लिए तरस गया है। अभी तक के रुझानों से स्पष्ट है कि देश में गठबंधन की सरकार बनेगी। भाजपा को उत्तर प्रदेश और बंगाल जैसे राज्यों में काफी नुकसान झेलना पड़ा, साथ ही महाराष्ट्र में भी विपक्षी गठबंधन का प्रदर्शन शानदार रहा है। हालांकि भाजपा को ओडिशा, तेलंगाना जैसे राज्यों में फायदा हुआ है, लेकिन ये फायदा नुकसान की भरपाई करने के लिए नाकाफी साबित हुआ।
कर्नाटक में कांग्रेस ने सुधारे अपने आंकड़े
कर्नाटक में कांग्रेस आठ सीटों पर आगे चल रही है। पिछले चुनाव में सिर्फ एक सीट जीतने वाली कांग्रेस ने इस बार शानदार प्रदर्शन किया है। महिलाओं के यौन शोषण के आरोप में फंसे जेडीएस के प्रज्ज्वल रेवन्ना हार गए हैं और हासन से कांग्रेस उम्मीदवार आगे चल रहे हैं।
तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार राजीव चंद्रशेखर ने कहा, ‘देखिए, यह निश्चित रूप से निराशाजनक है, क्योंकि हमने बहुत मेहनत की है। हमने बहुत सकारात्मक अभियान चलाया। हमने लोगों के सामने आने वाले वास्तविक मुद्दों पर बात की। हम अपने प्रतिद्वंद्वियों की तरह विभाजन या झूठ के प्रलोभन में नहीं पड़े लेकिन, परिणाम यह है कि तिरुवनंतपुरम के 3.4 लाख लोगों ने हमारा समर्थन किया। हमें इतने वोट पहले कभी नहीं मिले और इस बार भाजपा को 35.7% वोट शेयर मिलें, जो फिर से रिकॉर्ड वोट शेयर हैं। इसलिए मेरा मानना है कि हम सही रास्ते पर हैं। हां, मैं निराश हूं कि मैं जीत नहीं सका। हां, मैं निराश हूं कितिरुवनंतपुरम के अधिकांश लोगों ने मेरी उम्मीदवारी का समर्थन नहीं किया लेकिन चुनावी राजनीति की यही प्रकृति है और मुझे इसमें बहुत अधिक निराशा नहीं दिखती… हमने बहुत मेहनत की… हम निश्चित रूप से इसका विश्लेषण करेंगे और पता लगाएंगे।’