पुलिस अधिकारी को पत्र लिखे (बिल्कुल सरल भाषा में) Police Adhikari ko Patra in Hindi

हेल्लो दोस्तों आपका स्वागत है फिर से- आज हम सीखेंगे कैसे आप पुलिस अधिकारी को पत्र लिखे| जब हमारा किसी से झगड़ा हो जाता है तो उस झगड़े की शिकायती प्रार्थना पत्र देने के लिए हम थाने जाते हैं। लेकिन दोस्तों व शिकायती प्रार्थना पत्र कैसे लिखें और उन शिकायती प्रार्थना पत्र में कौन कौन सी बातें होनी चाहिए जिससे हमारी शिकायत तुरंत थाने में दर्ज हो जाये?

  • दोस्तों जब हमारा किसी से मारपीट, गाली गलौज, झगड़ा या हमारे घर में चोरी हो जाता है तो उस घटना की शिकायती प्रार्थना पत्र देने के लिए हम थाने जाते हैं।
  • जो थाने में शिकायती प्रार्थनापत्र दिया जाता है। भारतीय दंड। प्रक्रिया संहिता की धारा 54 के। तहत दिया जाता है,
  • घटनास्थल…………
  • घटना का दिनांक…..
  • घटना का समय …………..
  • घटना के साक्षी (गवाह)……..
  • पुलिस पत्र देकर उससे रिसीविंग ( To Copy) signature के साथ जरुर लें |
  • गलत नाम, पता, सुचना ना दे, यह कानूनी अपराध है|

सेवा में
थानाध्यक्ष महोदय
(थाना का नाम…………)
जनपद………….
महोदय
सविनय निवेदन है कि प्रार्थी……….पुत्र/पुत्री………..निवास……..थाना…….जिला…..एक शांतिप्रिय। गांव का गरीब व्यक्ति है प्रार्थी के गांव के गांव ही निवासी नाम……..पुत्र…… गांव में पार्टीबंदी होने के कारण शत्रुता मानते हैं। और दिनांक……..को लगभग….बजे प्रार्थी……. बाहर खड़ा था। तभी उक्त विपक्षीगण प्रार्थी के दरवाजे आकर प्रार्थी से बोले की तू ज्यादा नेता बनता है। हर जगह मेरी बुराई करता है इतना कहकर उक्त विपक्षीगण प्रतीक उमा बहन की भद्दी – भद्दी गालियां देने लगी। प्रार्थी द्वारा गाली देने से मना करने पर। उक्त विपक्षीगण पास में पड़े डंडे को उठाकर प्रार्थी को मारने लगे। जिससे प्रार्थी जमीन पर गिर गया। प्रार्थी के शरीर में काफी गहरी चोटें आ गई। प्रति ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगा बचाव बचाव शोरगुल सुनकर प्रार्थी के मोहल्के नाम……….. उन्होंने विपक्षीगण को ललकारा तब विपक्षीगण जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि अगर पुलिस में शिकायत की तो आप को जान से मार देंगे।
अतः श्रीमान जी से। प्रार्थना है की उक्त विपक्षीगण के खिलाफ़ शिकायत दर्ज कर कानूनी कार्रवाई। करने की कृपा करें।
प्रार्थी/ शिकायतकर्ता
नाम……….पुत्र……
निवासी…….थाना…..जनपद…….
दिनांक……

सेवा में,
श्रीमान थाना प्रभारी महोदय.
शगुना थाना, पटना
विषय – लड़ाई झगडा के सम्बन्ध में
महाशय ,
निवेदन पुर्बक कहना हैं की मैं सौरभ कुमार , पिता श्री सुनील द्विवेदी, RPS रोड ,वार्ड नो- 24 थाना+जिला -पटना का निवासी हूँ| महाशय मैं , मेरी पत्नीऔर दो बच्चे के साथ रहते है|
यह घटना दिनाक 08/01/2024 सुबह 8-9 बजे की है, मेरा चचेरा भाई साहू जी दारु पी कर मेरे बच्चे सुरेश के साथ दुर्व्यवहार कर रहा था,तब मेरी पत्नी (सुनैना देबी ) ने जब उसका विरोध किया , तो उसके साथ भी गाली – गलौज और धक्का – मुक्की करने लगा,
महाशय इस प्रकार के लड़ाई – झगडे मेरी अनुपस्थति में आए दिन होते रहते हैं|
अतः आपसे नम्र निवेदन है की आप कोंई ठोस कदम उठाये, ताकि मुझे और मेरे परिवार वाले को कोंई परेशानी न हो और शांति से रह सके|
धन्यबाद|

नाम-सौरभ कुमार,
दिनांक- 08/01/2024

आज हमलोगों ने सिखा कैसे आप Police Adhikari ko Patra कैसे लिखे| और पुलिस अधिकारी को पत्र लिखने से पहले जरुरी बाते को देखा|इससे जुडी कोइ भी प्रशन हो तो आप हमें कमेंट कर सकते है|अपना कीमती समय देने के लिए आपका तहे दिल से धन्यवाद|

थाना प्रभारी कौन होता है?

पुलिस स्टेशन के मुख्य अधिकारी को थाना प्रभारी या थाना अध्यक्ष कहा जाता है।

पुलिस रिपोर्ट कैसे लिखी जाती है?

घटनास्थल…………
घटना का दिनांक…..
घटना का समय …………..
घटना के साक्षी (गवाह)……..

थाने के इंचार्ज को क्या बोलते हैं?

इंस्पेक्टर या सब-इंस्पेक्टर
Police Adhikari ko Patra kaise Likhe In Hindi

धन्यबाद !

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